अगर आप स्किन पर जमे डेड सेल्स को नहीं हटाते हैं, तो इसका मतलब है कि आपकी स्किन केयर रूटीन में कुछ कमी है। बात जब एक्सफोलिएशन की आती है, तो हम आपको बता देते हैं कि यह बहुत जरूरी है। नियमित रूप से स्किन को एक्सफोलिएट करने से आपकी स्किन प्रोडक्ट्स को आसानी सेअंदर एब्ज़ोर्ब कर लेती है। यह स्किन के पोर्स को क्लॉग होने से बचाता है, लिंफेटिक ड्रेनेज बढ़ाता है और ब्लड सर्क्युलेशन में सुधार करता है। इसीलिए तो स्क्रब से मसाज करने के बाद चेहरे का ग्लो लौट आता है। ठंड का मौसम आ चुका है, ऐसे में जाहिर है कि हमारी स्किन बहुत जल्दी ड्राय व डिहाइड्रेट होगी, इसलिए यह बेहद जरूरी है कि अपनी स्किन से डेड सेल्स को हटाया जाए, ताकि स्किन में मॉइश्चराइज़र्स व हाएड्रेटिंग प्रोडक्ट्स अच्छी तरह से जा सकें और नई सेल्स आ सके। हम आपको बता रहे हैं कि ठंड के मौसम में आपको अपनी स्किन को कैसे एक्सफोलिएट करना है।
एक्सफोलिएशन के प्रकार

आपके साथ ऐसा कई बार हुआ होगा कि ज्यादा एक्सफोलिएट करने से स्किन खराब हो गई होगी। स्किन पर खुजली, जलन या पील होने लगी हो। ज्यादा एक्सफोलिएशन और ऊपर से अगर मौसम सर्दियों का हो, तो स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आपको हफ्ते में तीन बार स्किन को एक्सफोलिएट जरूर करना चाहिए और यदि आपकी स्किन सेंसिटिव है तो हफ्ते में दो बार से ज्यादा एक्सफोलिएशन नही करना चाहिए।
आपको बता दें कि एक्सफोलियेटर दो तरह के होते हैं : केमिकल एक्सफोलियेटर और मेकेनिकल एक्सफोलियेटर। केमिकल एक्सफोलिएटर एसिड बेस्ड फॉर्मूला होती है और यह डेड सेल्स को डिसोल्व करती है। दूसरा है, मेकनिकल एक्सफोलियेटर, इस में स्क्रब, स्पॉन्ज, ग्लोव्स, ग्रेनुअल्स और ब्रश की जरूरत होती है जो स्किन से डेड सेल्स को आसानी से हटाता है। मेकेनिकल एक्सफोलियटर के रूप में Lakme Blush & Glow Green Apple Apricot Gel Scrub बेस्ट है। यह हर तरह की स्किन टाइप के लिए अच्छा है। इस जेल स्क्रब में एप्रिकोट्स और एप्पल हैं। साथ ही यह स्किन से ब्लैक हेड्स व व्हाइट हेड्स को हटाने में सहायक होते हैं और साथ ही स्किन से गंदगी को भी हटाता है।
स्किन को ऐसे करें एक्सफोलिएट

अपनी स्किन को धोने के बाद अच्छी तरह से एक्सफोलिएट कर लें। अगर आपकी स्किन ड्राई है, तो आपको एक माइल्ड केमिकल एक्सफोलियेटर इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि मेकेनिकल एक्सफोलियेटर की वजह से आपकी स्किन में जलन या खुजली की परेशानी हो सकती है।तो आप ऐसे में ऐसे तत्व का इस्तेमाल करें, जिसमें ग्लाइकोलिक एसिड हों।
अगर आपकी स्किन सेंसिटिव और एक्ने प्रोन हैं तो आप मेकेनिकल एक्सफोलियेटर कभी इस्तेमाल न करें। इसकी जगह केमिकल एक्सफोलिएटर, जिसमें सैलिसिलिक एसिड हो, उसे ही इस्तेमाल करें। यह स्किन से डेड सेल्स को हटाता है, साथ ही आपके पोर्स में जमा गंदगी को हटाकर उसे खोल देता है, जिसकी वजह से एक्ने होने की संभावना कम हो जाती है। लेकिन यह थोड़ा स्ट्रांग भी होता है, इसलिए जरूरी है कि किसी भी नए प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने से पहले, अपने डर्मेटोलॉजिस्ट से जरूर बात कर लें। स्किन को ठंडक पहुँचाने के लिए, लैक्टिक एसिड वाला एक्सफोलिएटर आपकी मदद करेगा। आपने गौर किया होगा कि केमिकल एक्सफोलियेटर्स की वजह से कई बार डार्क स्पॉट्स हो सकते हैं, अगर ऐसा हो तो इसको इस्तेमाल करना तुरंत बंद करें।
अगर आपकी थिक और ऑयली स्किन है तो, आपको मेकेनिकल एक्सफोलिएटर इस्तेमाल करना चाहिए। इस टेक्निक के माध्यम से, स्क्रबिंग से आपकी स्किन पर ऑयल की वजह से जो गंदगी की परत जम जाती है, वह हट जाती है। अगर आप केमिकल एक्सफोलिएटर इस्तेमाल करते हैं, तो सैलिसिलिक एसिड आपकी स्किन के लिए बेहद अच्छे होते हैं। यह आपके पोर्स से इम्प्योरिटीज को हटाता है, साथ ही स्किन में जो ऑयल प्रोडक्शन है, उसको भी रेग्युलेट करता है।
चाहे आप मेकेनिकल एक्सफोलिएंट इस्तेमाल करें या केमिकल, इस बात का खास ध्यान रखें कि आपको अपने फेस पर 30 सेकेण्ड तक सर्कुलर मोशन में मसाज करना है। अगर आप एक स्पॉन्ज या ब्रश इस्तेमाल कर रही हैं तो आपको अपनी स्किन पर हल्के और छोटे स्ट्रोक्स लेने हैं। इस बात का ध्यान रखें कि अपनी स्किन को अधिक जोर से स्क्रब न करें।
स्क्रब करने के बाद आपको अपने चेहरे को गर्म पानी से धोना चाहिए। एक्सफोलिएट करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है कि आप नहाते हुए इसे करें। गर्म पानी आपके पोर्स को खोलता है, साथ ही स्क्रबिंग से सारी गंदगी निकल जाती है। अगर आपके फेस पर किसी तरह की चोट या खरोंच है, तो एक्सफोलिएट न करें।
Written by Suman Sharma on 11th Dec 2021